Jago Re Pyare Jago
जागो रे प्यारे जागोजागो रे प्यारे जागो उन सबको संबोधित की गई है जो जीवन के गूढ़ आध्यात्मिक सत्य को जानना चाहते हैं। यह पुस्तक अपने शीर्षक के अनुरूप जागृति के लिए एक आह्वान है कि हम किस प्रकार अध्यात्म को स्थूल समझकर इसकी स्थूल रूप से व्याख्या करके ख़ुद को धोखा देते हैं। यह पुस्तक हमारे बहुत से प्रचलित भ्रमों को उजागर करती है ताकि हम इन पर सोच-विचार कर सकें। यह हमें सचेत करती है कि हम अपने अंदर बदलाव लाने के असली कार्य की ओर ध्यान न देकर धारणाओं और परंपराओं से ही तालमेल बिठा लेते हैं। धारणाओं और भ्रमों से ऊपर उठने की प्रेरणा देते हुए इस पुस्तक में बड़े सरल और स्पष्ट शब्दों में समझाया गया है कि हम सतगुरु के उपदेश को ठीक से नहीं समझते और बड़ी आसानी से उसका कुछ और ही अर्थ निकाल लेते हैं। This book addresses all who seek to know life’s profound spiritual reality. The book is exactly what its title says: an urgent call to wake up to how we delude ourselves by interpreting physically what is not physical but spiritual. The book identifies many of our most typical illusions so that we can reflect on them. It urges us to wake up to how we neglect our real inner work of self-transformation but settle instead with concepts and conventions. Urging us to go beyond concepts and illusions, the book explains in simple and clear terms why we can so easily misunderstand the master’s teachings. English: A Wake Up CallAuthor: Sabina Oberoi & Beverly Chapman Category: RSSB Tradition: Other Authors Format: Paperback, 176 Pages Edition: 1st, 2016 ISBN: 978-93-93426-45-1 RSSB: HI-251-0 Price: USD 6 including shipping. Estimated price: EUR 5.68, GBP 4.93 |