Sant Samagam
सन्त समागमआत्मकथा की-सी शैली में लिखी, इस पुस्तक में दरियाई लाल जी ने अत्यंत विनोदप्रियता, बुद्धिमत्ता और विनम्रता से महाराज सावन सिंह जी (जिन्हें प्यार से ‘बड़े महाराज जी’ कहा जाता है) के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन किया है। पुस्तक का अधिकतर भाग, युवक लेखक द्वारा लिए गए नोट्स पर आधारित है, जो उन्होंने महाराज सावन सिंह जी की ईसाई पादरियों और अन्य जिज्ञासुओं के साथ हुई कई निजी बैठकों और आध्यात्मिक चर्चाओं के दौरान लिए थे।Semi-autobiographical in style, the author, with great humour, wit and humility, recounts his personal experiences with Maharaj Sawan Singh, affectionately known as the Great Master. Most of the book is based on the young Daryai Lal's notes, taken during a number of private meetings and spiritual discussions held by Maharaj Sawan Singh with Christian missionaries and other visitors over many years.English: Call of the Great MasterAuthor: Daryai Lal Kapur Category: RSSB Tradition: Other Authors Format: Paperback, 280 Pages Edition: 16th. 2008 ISBN: 978-93-86866-84-4 RSSB: HI-029-0 Price: USD 8 including shipping. Estimated price: EUR 7.57, GBP 6.57 |