Hansa Hira Moti Chugna
हंसा हीरा मोती चुगनायह पुस्तक कई लेखों का संकलन है जो इस बात पर बल देते हैं कि आध्यात्मिकता के विकास के लिए सभी धार्मिक परंपराओं ने शाकाहारी भोजन को एक ज़रूरी अंग माना है। इस तथ्य की पुष्टि के लिए सिक्ख, ईसाई, मुस्लिम तथा बौद्ध परंपराओं से उदाहरण दिए गए हैं। जीवन के अलग-अलग विषयों की जानी-मानी हस्तियों के उदाहरण भी दिए गए हैं जो इस पहलू में प्राण डाल देते हैं। इस पुस्तक में सिक्ख और ईसाई धर्मग्रंथों में जो शराब के प्रति मनाही की गई है, उसका भी ज़िक्र किया गया है। This book is a compilation of essays intended to drive home the point that vegetarianism has been an inherent requirement of spiritual progress in all religious traditions. This argument is substantiated by quotes and passages from the scriptures of the Sikh, Christian, Muslim, Buddhist and other traditions. Quotations from well-known personalities in different walks of life add to the argument. The book also touches on the prohibition of alcohol in the Christian and Sikh scriptures. Author: Dr. T. R. ShangariCategory: RSSB Tradition: Other Authors Format: Paperback, 224 Pages Edition: 14th, 2007 ISBN: 978-93-93426-67-3 RSSB: HI-009-0 Price: USD 8 including shipping. Estimated price: EUR 7.57, GBP 6.57 |