Mat Ko Bharam Bhule Sansaar
मत को भरम भूलै संसारइस पुस्तक में संक्षिप्त रूप से यह चर्चा की गई है कि हम किस प्रकार स्पष्ट चिंतन के अभाव में अंधविश्वास में पड़कर सतगुरु तथा मार्ग को सही ढंग से समझ नहीं पाते हैं। यहाँ तक कि हम सतगुरु द्वारा बताए गए सत्य से दूरी बना लेते हैं और सतगुरु के देहस्वरूप को ही उनका आंतरिक शब्द-स्वरूप समझने की भूल कर बैठते हैं। सतगुरुओं का मार्ग व्यक्तिगत अनुभव का गूढ़ मार्ग है, जो हमारे निजी आंतरिक अनुभवों पर आधारित है, हमारी धारणाओं पर नहीं। हम अकसर बहिर्मुखी भक्ति पर भरोसा करते हैं परंतु मार्ग के प्रति अपने दृष्टिकोण को परखने की प्रेरणा देते हुए लेखिका ने कहा है कि भ्रम के बजाय यथार्थ में जीने के लिए अपनी सामान्य बुद्धि का प्रयोग करते हुए हमें कुछ व्यवहारिक क़दम उठाने चाहिएँ। लेखिका ने अपने कथनों को कई ग्रंथों से उद्धाहरण देकर स्पष्ट किया है। This book presents a brief treatment of how we misunderstand the Master and the path by indulging in superstition and a lack of clear thinking. In the process, we distance ourselves from the Truth that the Master teaches, and mistake the physical master for the inner Master – the Shabd. We often rely on outward devotion, but the path of the masters is an individual mystical path, based on personal inner experience, not on our concepts. The author urges us to examine our approach to the path and use our common sense in taking practical steps to living in reality rather than illusion. She illustrates her points with quotations from various sources.English: Concepts & IllusionsAuthor: Sabina Oberoi Category: RSSB Tradition: Other Authors Format: Paperback, 224 Pages Edition: 2nd, 2017 ISBN: 978-81-19078-54-7 RSSB: HI-252-0 Price: USD 6 including shipping. Estimated price: EUR 5.68, GBP 4.93 |