Sant Samvad, Bhag 3
सन्त संवाद भाग - 3महाराज चरन सिंह जी ने लगभग 40 वर्षों तक विदेश में रहनेवाले अपने शिष्यों के साथ प्रश्न और उत्तर की बैठकों का आयोजन किया। इनमें सतगुरुओं के रूहानी उपदेश से संबंधित सभी विषयों पर चर्चा होती थी। लगभग 2000 प्रश्न और उत्तर का यह संग्रह विषयों के अनुसार तीन भागों में प्रस्तुत किया गया है: 1. मूल सिद्धांतों का परिचय 2. परमार्थ के मार्ग पर चलना 3. परमार्थ की रहनी को अपनाना। इस संग्रह के काफ़ी प्रश्न और उत्तर पूर्व प्रकाशित संत-संवाद और संत वचन पुस्तकों में प्रकाशित हो चुके हैं। इस पुस्तक में कर्म सिद्धांत, पुनर्जन्म, स्वतंत्र इच्छा, आत्मा और परमात्मा, सतगुरु की आवश्यकता, शिष्य और सतगुरु का संबंध, नामदान और चार शर्तें, आंतरिक अभ्यास, दया-मेहर और करनी, सकारात्मक नज़रिया, संतमत के उसूलों पर अमल करना और रोज़मर्रा की ज़िंदगी से संबंधित व्यावहारिक विषयों पर प्रकाश डाला गया है। For almost 40 years, Maharaj Charan Singh held question-and-answer sessions with his foreign disciples, discussing all subjects relating to the spiritual teachings of the masters. This collection includes almost 2,000 of these Q&As organized according to subject and presented in three volumes: (I) Understanding the Basics, (II) Walking the Path, and (III) Living the Life. Topics include karma and reincarnation, free will, soul and Lord, need for a master, relationship of master and disciple, initiation and the four vows, meditation, effort and grace, positive attitude, living the Sant Mat way of life and the practical questions of everyday life. English: Spiritual Perspectives, Volume 3Author: Maharaj Charan Singh Category: RSSB Tradition: The Masters Format: Paperback, 512 Pages Edition: 1st, 2013 ISBN: 978-81-979038-4-7 RSSB: HI-230-3 Price: USD 12 including shipping. Estimated price: EUR 11.36, GBP 9.86 |