Sant Tukaram
सन्त तुकारामसंत तुकाराम, भारत के महाराष्ट्र प्रदेश के सबसे अधिक लोकप्रिय संतकवियों में से एक हैं। उनका जन्म 1598 ई. में पूना में किसानों और व्यापारियों के एक परिवार में हुआ। उन्होंने जीवन में अनेक कष्ट सहन किए, जिनमें अकाल के कारण आपके परिवार के सदस्यों की मृत्यु भी शामिल थी। बचपन से ही तुकाराम जी का रुझान आध्यात्मिकता की ओर था, इसलिए इस त्रासदी ने उन्हें और अधिक रूहानी अभ्यास करने की प्रेरणा दी और अंत में उन्हें परमात्मा का ज्ञान प्राप्त हुआ। अपनी वाणी में उन्होंने सतगुरु की दया-मेहर से अंतर में प्रकट हुई शब्द धुन में अपने मस्त रहने की बात कही है। अपने उपदेश के बारे में उन्होंने कहा है कि मैं प्रभुप्राप्ति के मार्ग को प्रकाशित करने और सत्य तथा असत्य की पहचान कराने के लिए आया हूँ। प्रस्तुत पुस्तक में संत तुकाराम जी का संक्षिप्त जीवन चरित और हिंदी में अनुवादित उनके पद हैं।Tukaram is one of the most popular poet-saints of Maharashtra, India. Born in Poona (Pune) in 1598 into a family of farmers and merchants, he endured a hard life, which included the deaths of all his family members from famine. As he was spiritually inclined from childhood, this personal tragedy acted as a catalyst for his increased meditation and ultimate God-realization. In his poetry he speaks of being "drunk in the celestial melody" revealed to him through the grace of his Master. Of his own teaching he said, "I come to illumine the way to God and to distinguish the true from the false." This volume contains many of Tukaram's poems introduced by a short biographical sketch. English: Tukaram - The Ceaseless Song of DevotionAuthor: Chandrawati Rajwade Category: Mystic Tradition Format: Paperback, 264 Pages Edition: 2nd. 2010 ISBN: 978-81-8256-879-2 RSSB: HI-051-0 Price: USD 7 including shipping. Estimated price: EUR 6.62, GBP 5.75 |