Sant Charan Das
सन्त चरनदाससंत चरनदास जी (1703-1782 ई.) उत्तर भारत के प्रसिद्ध संत थे। उनका जन्म राजस्थान में अलवर नामक स्थान में हुआ था। उनका काफ़ी जीवन दिल्ली में ही व्यतीत हुआ पर वे अनेक लंबी यात्राओं पर भी जाते रहे। कई हिंदू, मुस्लिम शासक उनके शिष्यों में गिने जाते थे। अन्य संतों की तरह उन्होंने भी किसी से कोई उपहार स्वीकार नहीं किया और निर्भीकतापूर्वक अपने सत्संग दिए और सच्चे जिज्ञासुओं को नाम की दीक्षा प्रदान की। यह पुस्तक उनके यशस्वी जीवन का वर्णन करती है और उनकी शिक्षा पर प्रकाश डालती है।In the eighteenth century – a time in Delhi and throughout India that was marked by political turmoil and religious persecution – Sant Charandas explained in simple words the age-old principles of spirituality. His teachings emphasize the simple path of devotion, that the light of the Supreme Being is within everyone, and that the way to contact the Lord is also within. This book consists of a summary of the life and teachings of Sant Charandas, followed by a selection of his poetry. English: Sant Charan DasAuthor: Dr. T. R. Shangari Category: Mystic Tradition Format: Paperback, 360 Pages Edition: 5th. 2005 ISBN: 978-81-8256-676-7 RSSB: HI-043-0 Price: USD 8 including shipping. Estimated price: EUR 7.57, GBP 6.57 |