Ruhani Diary (3 - Vol Set)
रूहानी डायरी (3 - भाग, सेट)इस पुस्तक के लेखक, 1942 से 1956 के दौरान, तीन सतगुरु साहिबान के सचिव के तौर पर सेवा में रहे। रूहानी डायरी के तीनों खंडों में लेखक की व्यक्तिगत डायरियों से लिए गए वे वृत्तांत हैं जो उन्होंने सेवा-अवधि के दौरान लिखे। इसमें महाराज सावन सिंह जी के सत्संगों और उनकी यात्राओं का वर्णन है। महाराज सावन सिंह जी के ज्योति जोत समाने और महाराज जगत सिंह जी के गुरु के रूप में गद्दी-नशीन होने का वर्णन है। महाराज जगत सिंह जी के बतौर गुरु के कार्य काल और महाराज चरन सिंह जी के गुरु के रूप में पहले पाँच वर्षों का वर्णन है। इन डायरियों में रोज़ के काम, असामान्य घटनाएँ, सत्संग में कही गई मुख्य बातें तथा सतगुरु की जिज्ञासुओं के साथ चर्चाओं का निष्ठापूर्वक लिखा गया ब्योरा दर्ज है। साथ ही सत्संगियों के आध्यात्मिक अनुभवों से संबंधित पत्र भी दिए गए हैं। इस पुस्तक में सतगुरुओं के प्रेम, दया-मेहर और आत्मिक रिश्ते की झलक देखने को मिलती है।The author served as secretary to three Masters, from 1942 to 1956. It gives details of Maharaj Sawan Singh’s discourses and travels and recounts the death of Maharaj Sawan Singh and installation of Maharaj Jagat Singh as Master. It records the mastership of Maharaj Jagat Singh and the first five years of Maharaj Charan Singh’s mastership. These diaries contain a faithful record of daily events, unusual incidents, highlights of discourses, and the Masters' discussions with seekers, as well as letters from disciples concerning their spiritual experiences. These volumes give an intimate view of the Masters' grace, love, and compassion. English: With the Three Masters (Set of 3 Vols)Author: Rai Sahib Munshi Ram Category: RSSB Tradition: Other Authors Format: Hardcover, 1576 Pages Edition: 12th, 2019 ISBN: 978-93-88733-64-9, 978-93-88733-65-6, 978-93-88733-66-3 RSSB: HI-020-S Price: USD 33 including shipping. Estimated price: EUR 31.23, GBP 27.11 |