Bhagat Bani 1
भगत बानी 1गुरु साहिबान की तरह सभी भक्त जिनकी बानी आदि ग्रन्थ में शामिल की गई है, शब्द और नाम का अनुसरण करते रहे। उन सभी ने इसी बात का समर्थन किया कि नाम ही परमात्मा से मिलाप का एकमात्र साधन है। तीन भागों में लिखी गई इस ग्रन्थ माला के इस पहले भाग में लेखक द्वारा आदि ग्रन्थ में शामिल की गई सभी भक्तों की बाणी की व्याख्या की गई है सिवाय शेख़ फ़रीद और कबीर साहिब की बानी जिनकी व्याख्या शेष भागों में की जायेगी।All the Bhagats whose bani has been included in the Adi Granth followed the path of Shabd and Nam as was done by the Gurus. They all professed the path of Nam to be the only way for God realization. In this first volume of the proposed set of three volumes, the author has provided elaboration on the Bhagat Bani of all the Bhagats, as incorporated in the Adi Granth, except Sheikh Farid and Kabir Sahib whose bani will be covered in the remaining two volumes. Author: T.R.ShangariCategory: Mysticism in World Religions Format: Paperback, 360 Pages Edition: 1st, 2020 ISBN: 978-93-89810-26-4 RSSB: HI-276-1 Price: USD 8 including shipping. Estimated price: EUR 7.57, GBP 6.57 |