Guru Arjun Dev
गुरु अर्जुन देवगुरु अर्जुन देव जी (1563-1606 ई.) गुरु नानक देव जी की गद्दी के पाँचवें गुरु थे। आदि ग्रन्थ का संकलन उन्होंने ही किया था। प्रस्तुत पुस्तक में उनके जीवन, शिक्षा और उनके संदेश पर प्रकाश डाला गया है जो जिज्ञासु को प्रभु की खोज के द्वारा मनुष्य-जन्म की अनमोल दात का पूरा लाभ उठाने की प्रेरणा देते हैं। भाषा और रचना की दृष्टि से सरल होते हुए भी गुरु अर्जुन देव जी की वाणी आध्यात्मिक रत्नों का भंडार हैGuru Arjun Dev (1563-1606) was the fifth Guru in the line of Guru Nanak, who compiled the Adi Granth. This book, which includes an overview of the Guru's life and teachings, highlights his message in which he exhorts the seeker to fully utilize the priceless gift of the human form by seeking God-realization. Guru Arjun Dev's teachings, while simple in form and language, are a treasure trove of spirituality.Author: Justice Mohinder Singh JoshiCategory: Mystic Tradition Format: Paperback, 328 Pages Edition: 2nd. 2012 ISBN: 978-93-86866-73-8 RSSB: HI-187-0 Price: USD 9 including shipping. Estimated price: EUR 8.52, GBP 7.39 |