Jain Dharm
जैन धर्मइस पुस्तक में संक्षिप्त और सरल ढंग से जैन धर्म की नैतिक तथा आध्यात्मिक शिक्षा पर प्रकाश डाला गया है और इस प्राचीन धर्म के क्रियात्मक पहलुओं पर बल दिया गया है। आदि से अंत तक जहाँ कहीं भी व्याख्यात्मक सामग्री दी गई है, उसका समर्थन प्रामाणिक जैन पुस्तकों के उद्धाहरणों द्वारा किया गया है। इसलिए यह पुस्तक बुद्धि जीवियों तथा आध्यात्मिक साधना में लगे जिज्ञासुओं दोनों के लिए बहुत महत्त्व रखती है।This book seeks to bring out the moral and spiritual teachings of Jainism in a brief and simple manner emphasizing the practical aspects of this ancient religion. Explanatory material is supported by quotes from authentic Jain texts throughout the book. It is thus of great value to both intellectuals and spiritual practitioners.English: The Essence of JainismAuthor: Dr. Kashi Nath Upadhyaya Category: Mysticism in World Religions Format: Paperback, 432 Pages Edition: 1st. 2010 ISBN: 978-81-8466-156-9 RSSB: HI-228-0 Price: USD 10 including shipping. Estimated price: EUR 9.46, GBP 8.22 |